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14 साल में पहली बार कम हुई अरबपतियों की दौलत

विवेक कुमार
१६ अगस्त २०२३

2008 की आर्थिक मंदी के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि दुनिया की कुल संपत्ति में गिरावट देखी गयी. अमीरों की संपत्ति सबसे ज्यादा घटी है और अमीरों की संख्या भी कम हुई है.

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टोक्यो, जापान
अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा गिरावट जापान में आयीतस्वीर: Taidgh Barron/Zuma/picture alliance

एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 14 साल में पहली बार दुनिया में दौलत कम हुई है. सालाना जारी होने वाली ग्लोबल वेल्थ रिपोर्ट में 200 वित्तीय बाजारों में 5.4 अरब लोगों की संपत्ति की कीमत का आकलन किया गया है. रिपोर्ट कहती है कि अगले पांच साल में वैश्विक स्तर पर संपत्ति 6,290 खरब डॉलर हो जाएगी. 2008 की आर्थिक मंदी के बाद पहली बार 2022 में कुल संपत्ति में कमी आयी है. हालांकि ताजा रिपोर्ट का आकलन है कि आने वाले पांच साल सकारात्मक रहेंगे.

पिछले साल लोगों की निजी संपत्ति में कुल 2.4 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई थी. रिपोर्ट बताती है कि 2022 में कुल वैश्विक संपत्ति में 113 खरब डॉलर की गिरावट हुई और 2022 के आखिर में यह 4,544 खरब डॉलर रह गयी. इस तरह 2022 के आखिर में प्रति व्यक्ति संपत्ति 84,718 अमेरिकी डॉलर थी.

सबसे बड़ा नुकसान अमीरों को

यह नुकसान मोटे तौर पर विकसित और धनी क्षेत्रों जैसे उत्तरी अमेरिका और यूरोप में देखा गया और मजबूत होते अमेरिकी डॉलर को इसकी प्रमुख वजहों में गिना गया. इन क्षेत्रों में कुल मिलाकर 109 खरब डॉलर की गिरावट दर्ज हुई.

एशिया-प्रशांत क्षेत्र में 21 खरब डॉलर कम हुए जबकि दक्षिण अमेरिका में कुल संपत्ति 24 खरब डॉलर बढ़ गयी. इसकी मुख्य वजह मुद्रा के मूल्य में डॉलर की तुलना में 6 फीसदी की वृद्धि रही. संपत्ति की सबसे ज्यादा कमी अमेरिका में देखी गयी. उसके बाद जापान, चीन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया का नंबर है.

पिछले साल दौलत में सबसे ज्यादा वृद्धि रूस, मेक्सिको, भारत और ब्राजील में हुई थी. ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रिक्स देशों – ब्राजील, भारत, चीन और दक्षिण अमेरिका समेत उभरती अर्थव्यवस्थाओं में संपत्ति में 2027 तक 30 फीसदी की वृद्धि होगी. शोधकर्ताओं ने संभावना जताई है कि उभरती अर्थव्यवस्थाओं में वृद्धि से आने वाले सालों में वैश्विक स्तर पर गैरबराबरी में भी कमी आएगी.

पिछले साल जिन संपत्तियों की कीमत सबसे ज्यादा घटी, उनमें वित्तीय संपत्तियां जैसे कि शेयर और स्टॉक्स आदि सबसे ऊपर थे. गैर-वित्तीय संपत्तियां जैसे कि रीयल एस्टेट में वृद्धि नहीं हुई तो कमी भी कोई खास नहीं हुई. अगर इस अनुमान को व्यक्तिगत स्तर पर देखा जाए तो पिछले साल दुनियाभर की प्रति व्यक्ति आय में 3,198 अमेरिकी डॉलर की कमी हुई थी.

अच्छे दिनों की संभावना

लेकिन रिपोर्ट कहती है कि वैश्विक औसत संपत्ति में 2022 में तीन प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज हुई थी, जो लोगों की व्यक्तिगत समृद्धि का ज्यादा अर्थपूर्ण प्रतीक माना जाता है. इसके उलट व्यक्तिगत धन में प्रति वयस्क 3.6 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई थी. इस सदी में अब तक वैश्विक औसत संपत्ति पांच गुना बढ़ चुकी है. इसमें सबसे ज्यादा योगदान चीन में धन की तेजी से हुई वृद्धि का है.

2022 में अमीरों की संपत्ति घटने का एक नतीजा यह रहा कि दुनिया की गैरबराबरी में कुछ कमी आयी. सबसे धनी एक फीसदी लोगों की संपत्ति घटकर 44.5 प्रतिशत रह गयी. रिपोर्ट कहती है कि 2027 तक दुनिया की कुल दौलत 38 फीसदी तक बढ़ सकती है. रीयल एस्टेट, स्टॉक्स और शेयर्स जैसी संपत्तियों की कीमत बढ़ने के कारण लोगों की संपत्ति में इस बढ़ोतरी का अनुमान लगाया गया है. 15 अगस्त को यह अध्ययन जारी किया गया.

रिपोर्ट में अनुमान जाहिर किया गया है कि 2027 में प्रति व्यक्ति संपत्ति 1,10,270 अमेरिकी डॉलर पर पहुंच जाएगी. करोड़पतियों की संख्या 8.6 करोड़ और अरबपतियों की संख्या 3,72,000 पर पहुंचने की संभावना है.