कंपनी अधिकारियों के मोटे वेतन कम करना चाहते हैं माक्रों
१५ अप्रैल २०२२माक्रों ने एक साक्षात्कार में गाड़ियां बनाने वाली कंपनी स्टेलान्टिस के मुखिया के दो करोड़ डॉलर से भी ज्यादा के वेतन को विस्मयकारी और अत्यधिक बताया. उन्होंने फ्रांसइंफो रेडियो को बताया कि वो पूरे यूरोपीय संघ में शीर्ष अधिकारियों के वेतन पर सीमा लगाने के पक्ष में हैं.
माक्रों इस समय 24 अप्रैल को होने वाले राष्ट्रपति पद के लिए चुनावों के दूसरे दौर में मतदान का सामना करने के लिए फार राइट नेता मरीन ल पेन के खिलाफ कैंपेन कर रहे हैं.
समाज फट पड़ेगा
उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा, "हमें यूरोपीय स्तर पर लड़ने की जरूरत है ताकि वेतन अत्यधिक न हो सके. हमें सीमाएं तय करने की जरूरत है और यूरोप में ऐसी व्यवस्था की जरूरत है जिसमें यह सब स्वीकार्य हो सके."
उन्होंने यह भी कहा, "अगर ऐसा नहीं हुआ तो समाज किसी भी क्षण फट पड़ेगा. ऐसा नहीं होना चाहिए कि एक तरफ लोगों के पास खर्च करने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं और दूसरी तरफ इस तरह के वेतन दिए जा रहे हैं."
इस समय स्टेलान्टिस के मुख्य कार्यकारी कार्लोस तवारेस के वेतन पर बहस छिड़ी हुई है जो उन्हें पिछले साल मिला था. तब फ्रांसीसी कंपनी पीएसए और इतालवी-अमेरिकी प्रतिद्वंदी कंपनी फिएट क्रिसलर का विलय हो गया था. विलय के बाद स्टेलान्टिस बनी जो दुनिया की चौथी सबसे बड़ी कंपनी बन गई.
राजनीतिक बहस
लगभग 21 लाख डॉलर के मूल वेतन के अलावा तवारेस को प्रदर्शन आधारित वेतन के रूप में करीब 81 लाख डॉलर, सेवानिवृत्ति योगदान के रूप में करीब 26 लाख डॉलर और विलय की सफलता के इनाम के रूप में 18 लाख डॉलर का बोनस भी मिलना है.
स्टेलान्टिस के मुताबिक उन्हें करीब 60 लाख डॉलर के मूल्य के शेयर भी मिलेंगे. माक्रों ने कहा, "इस तरह का वेतन बहुत ज्यादा है. हमें वही करने की जरूरत है जो हमने न्यूनतम टैक्स दरों और कर चोरी के खिलाफ लड़ाई में किया है. हमें अपने यूरोपीय साझेदारों को मनाना होगा ताकि हम ऐसे सुधार ला पाएं जिनसे अधिकारियों के वेतन के लिए एक रूपरेखा बन सके."
इसी सप्ताह फ्रांस की सरकार के प्रवक्ता गेब्रियल अत्तल ने तवारेस के वेतन को "स्पष्ट रूप से असामान्य आंकड़े" बताया था. मैक्रों की प्रतिद्वंदी ल पेन को भी इस बहस में शामिल होना पड़ा है. उन्होंने कहा, "यह झटका देने वाला जरूर है, लेकिन दूसरों के मुकाबले कम ही...कम से कम उन्होंने अच्छे नतीजे तो दिखाए."
सीके/एए (एएफपी)