जापान की विशेष महिला सैनिक
ये महिलाएं जापानी सेना के विशेष बल एंफीबियस रैपिड डिपलॉयमेंट ब्रिगेड (ARDB) की सैनिक हैं. यह बल युद्ध होने पर समुद्र में हमला करने के लिए तैयार हो रहा है. देखिए, कैसी है इन महिला सैनिकों की जिंदगी.
पहली महिला मरीन टुकड़ी
जापानी सेना के सबसे मजबूत बलों में से एक है एआरडीबी जिसमें 2,400 सैनिक हैं. इनमें से करीब 40 महिलाएं हैं, इस विशेष बल की पहली महिला मरीन हैं.
सिर्फ 40 महिलाएं
ये महिला सैनिक हरदम युद्ध के लिए तैयार हैं और लगातार अभ्यास करती हैं. करीब ढाई हजार सैनिकों की यूनिट में सिर्फ 40 महिलाएं होना इन्हें विशेष बनाता है.
लैंगिक असमानता
एआरडीबी को इस बात का अहसास है कि सेना में लैंगिक समानता नहीं है लेकिन कमांडर कहते हैं कि सैनिकों की कमी ना हो, इसके लिए महिलाओं की भर्ती बहुत जरूरी है.
सिर्फ 8.7 फीसदी महिलाएं
पिछले एक दशक में जापानी सेना में महिला सैनिकों की संख्या दोगुनी हो गई है. जैपनीज सेल्फ-डिफेंस फोर्स (JSDF) में कुल 2,30,000 सैनिक हैं जिनमें सिर्फ 8.7 फीसदी महिलाएं हैं.
बदल रही है जापानी सेना
एआरडीबी में तो महिला सैनिकों की संख्या मात्र 1.7 फीसदी है. जापान ने 2018 में अपनी सेना को फिर से बनाना शुरू किया है.
यौन शोषण के आरोप
हाल के दिनों में जापानी सेना महिलाओं के यौन शोषण के आरोपों से विवाद में रही है. बीते साल अक्टूबर में जापान के रक्षा मंत्री ने विवादों के लिए माफी मांगी थी. दिसंबर में ही तीन सैनिकों को एक महिला साथी के साथ दुर्व्यवहार का दोषी पाया था.
बदल रहा है समाज
पारंपरिक जापानी समाज में बहुत से लोग महिलाओं को घर संभालने और बच्चे संभालने की भूमिका में ही देखते हैं लेकिन ये जापानी सैनिक समाज को बदल रही हैं.