गरीब देशों की तरह कई विकसित देशों में भी किसान दोराहे पर खड़े हैं. इटली के सामने चुनौती यह है कि यूरोपीय संघ से मिलने वाली सब्सिडी को बड़ी कृषि कंपनियों में निवेश किया जाए या फिर छोटे स्तर पर होने वाली खेती को सहारा दिया जाए और लोगों की आमदनी को सुनिश्चित किया जाए.