भारत से बाहर दुनिया का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर
अगर पत्थर बोल सकते, गीत गाते या फिर कहानी कह पाते तो वो आज इस मंदिर के लिए विजय गीत सुनाते. न्यू जर्सी के नए विशाल मंदिर को देख कर कोलंबिया यूनिवर्सिटी में हिंदुत्व के विद्वान योगी त्रिवेदी ने यही कहा.
आधुनिक युग का सबसे बड़ा मंदिर
न्यू जर्सी के रोबिंसविले में 126 एकड़ जमीन पर बना यह मंदिर भारत के बाहर आधुनिक युग का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है. स्वामीनारायण संस्था यानी बीएपीस ने इस तरह के मंदिर दिल्ली और गुजरात में भी अक्षरधाम मंदिर बनवाए हैं.
47 लाख घंटे की मेहनत
मंदिर के लिए कुल मिला कर 20 लाख क्यूबिक फीट पत्थरों की हाथ से कटाई में कलाकारों और स्वयंसेवकों ने लगभग 47 लाख घंटे मेहनत की है. मंदिर बनाने में 10 साल लगे हैं.
भारत में पत्थरों की नक्काशी
इटली से चार तरह के मार्बल और बुल्गारिया से चूना पत्थर पहले भारत लाए गए. उनकी कटाई और नक्काशी के बाद करीब 12,000 किलोमीटर दूर न्यू जर्सी में इनके टुकड़े जोड़ कर यह मंदिर बना है.
49 फीट ऊंची नीलकंठ वर्णी की प्रतिमा
मंदिर में भगवान नीलकंठ वर्णी की 49 फीट ऊंची प्रतिमा है. यही नीलकंठ वर्णी बाद में भगवान स्वामीनारायण के नाम से जाने गए.
पूरे अमेरिका से आए लोग
उद्घाटन के मौके पर अमेरिका के कई हिस्सों से श्रद्धालु मंदिर पहुंचे. इन लोगों ने यहां मंदिर की सेवा में भी अपना योगदान दिया. विदेशी धरती पर इस विशाल मंदिर की स्थापना ने उन्हें बहुत खुशी दी है.
स्वामीनारायण संप्रदाय
स्वामीनारायण भगवान के बताए रास्तों पर चल कर ही इस संप्रदाय का जन्म हुआ. भारत के गुजरात में इस संप्रदाय को बहुत सम्मान दिया जाता है. दुनिया भर में इस संप्रदाय के 1,200 मंदिर और 3,850 केंद्र हैं.
भव्य उद्घाटन समारोह
मंदिर के उद्घाटन के मौके पर भव्य समारोह हुआ. इसके लिए बीएपीएस के प्रमुख स्वामी न्यू जर्सी आए. समारोह में न्यू जर्सी के गवर्नर जॉन सी कार्ने ने भी हिस्सा लिया. इस दौरान मंदिर को खूब रोशनी से सजाया गया था.
आम लोगों का उत्साह
मंदिर से जुड़े लोगों ने बताया कि मंदिर के लिए बहुत से लोगों ने सेवाएं दी. उद्घाटन कार्यक्रम में भी बहुत से लोग सेवा देने के मकसद से यहां आए थे और अलग अलग कामों में जुड़े रहे.
मजदूरों का शोषण
अक्षरधाम की 2021 में कथित जबरन मजदूरी कराने और मजदूरों को कम वेतन देने के मामले में बड़ी आलोचना हुई. मजदूरों को बुरे हाल में रखने के भी उन पर आरोप में उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ. हालांकि शिकायत करने वाले 19 लोगों में से 12 ने अपने बयान बदल दिए. उनके खिलाफ जांच अभी लंबित है.
अमेरिका में 50 साल
अगले वर्ष अक्षरधाम के अमेरिका में 50 साल पूरे हो जाएंगे. न्यू जर्सी में यह संस्थान 12 साल पहले आया. बीते कुछ दशकों में यह संस्थान भारत और भारत के बाहर ज्यादा चर्चा में रहा है.