बाइडेन बोले पुतिन को कीमत चुकानी होगी
१८ मार्च २०२१अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एबीसी न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप करने के लिए कीमत चुकानी होगी. बुधवार को प्रसारित इंटरव्यू में बाइडेन ने कहा कि पुतिन को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप करने की कोशिश के लिए खामियाजा भुगतना पड़ेगा. बाइडेन ने कहा, "उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी और आप बहुत जल्द इसे देखेंगे." दरअसल अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूस की ओर से चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की गई थी.
बाइडेन का यह बयान नेशनल इंटेलिजेंस के डायरेक्टर के कार्यालय की रिपोर्ट के बाद आया है, जिसके मुताबिक पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान डॉनल्ड ट्रंप के समर्थन में प्रचार अभियान चलाने में मदद का आदेश दिया था. रिपोर्ट के मुताबिक मतदाताओं के बीच चुनावी प्रक्रिया में विश्वास कम करने की कोशिश की गई और डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन की उम्मीदवारी को कमजोर करने का प्रयास किया गया.
बाइडेन ने पुतिन को हत्यारा माना
बाइडेन ने कहा कि वह पुतिन को "अच्छी तरह से जानते हैं" और जनवरी में दोनों के बीच "लंबी बातचीत" हुई थी. यह पूछे जाने पर कि क्या वे पुतिन को उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी को जहर देने के लिए "हत्यारा" मानते हैं, बाइडेन ने कहा, "हां." बाइडेन की प्रतिक्रिया पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप से बिल्कुल अलग है, जिन्होंने 2017 में न केवल एक समान प्रश्न को टाल दिया, बल्कि अपनी गलतियों के लिए देश के इतिहास को दोषी ठहराया था. ट्रंप ने फॉक्स न्यूज में एक इंटरव्यू को कहा था, "बहुत सारे हत्यारे हैं, क्या आपको लगता है कि हमारा देश इतना निर्दोष है?"
रूस ने रिपोर्ट को निराधार बताया
बाइडेन की टिप्पणी के बाद रूस ने बुधवार को अपने अमेरिकी राजदूत को मॉस्को वापस "सलाह" के लिए बुला लिया है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने चुनाव में हस्तक्षेप के आरोपों को "बिल्कुल निराधार और अपुष्ट" कहा और आरोपों को मॉस्को के खिलाफ नए प्रतिबंधों को "सही ठहराने" का प्रयास बताया. बाइडेन ने कहा कि पुतिन पर उनके व्यक्तिगत विचारों के बावजूद वे "ऐसे क्षेत्र में एक साथ काम करना चाहते हैं जहां जो हमारे पारस्परिक हित में है. इसलिए मैंने शस्त्र नियंत्रण संधि को पुनर्जीवित किया. क्योंकि यह मानवता के हित में है."
हैकिंग और चुनाव में हस्तक्षेप के आरोपों पर वॉशिंगटन और मॉस्को के बीच हाल के वर्षों में तनाव बढ़ा है. यही नहीं अमेरिकी क्रेमलिन आलोचक एलेक्सी नावाल्नी को जेल से रिहा करने की मांग भी करता आया है.
एए/सीके (डीपीए, रॉयटर्स)