मिडल ईस्ट का सबसे बड़ा मंदिर
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अबु धाबी में एक हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया है. देखिए कैसा है मध्य पूर्व का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर.
मिडल ईस्ट का पहला मंदिर
अबु धाबी में बना स्वामी नारायण मंदिर मुस्लिम बहुल मध्य एशिया का पहला हिंदू मंदिर है, जिसका उद्घाटन भारत में होने वाले आम चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया.
स्वामीनारायण मंदिर
अबु धाबी के अबु मुरेक्का इलाके में बना यह मंदिर स्वामीनारयण संस्था ने बनवाया है, जिसके दुनिया के कई देशों में विशाल मंदिर हैं.
पांच साल निर्माण
27 एकड़ में बने इस मंदिर का निर्माण 2019 में शुरू हुआ था. इसके लिए गुलाबी पत्थर राजस्थान से भेजे गए. इसके अलावा इटली के संगमरमर का भी इस्तेमाल हुआ है.
200 से ज्यादा स्वयंसेवक
स्वामीनारायण संस्था का कहना है कि 200 से ज्यादा स्वयंसेवकों ने करीब सात लाख घंटे तक इस मंदिर के निर्माण के दौरान स्वयंसेवा की है. इनमें खाड़ी देशों के अलावा अमेरिका, अफ्रीका, यूरोप और भारत से भी लोग गए थे.
10 हजार लोगों की जगह
अबु धाबी का मंदिर पश्चिम एशिया का सबसे बड़ा मंदिर है, जिसमें एक वक्त में दस हजार तक लोग आ सकते हैं. इसकी ऊंचाई 108 फुट, चौड़ाई 180 फुट और लंबाई 262 फुट है.
दो गुंबद, सात शिखर
इस मंदिर में सात शिखर हैं जो यूएई के सात अमीरात के प्रतीक हैं. मंदिर में 402 खंबे हैं. इसे बनाने में कुल 25 हजार पत्थरों का इस्तेमाल हुआ है. दीवारों पर रामायण, शिव पुराण, भागवत और महाभारत की कहानियां उकेरी गई हैं.
यूएई के चिह्न भी
मंदिर की दीवारों पर पांच तत्वों – पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश - के साथ-साथ ऊंट और घोड़े भी दिखाए गए हैं, जो यूएई के प्रतीक हैं.