बाल्टीमोर पुल ढहने से सप्लाई चेन प्रभावित होगी?
२९ मार्च २०२४26 मार्च की सुबह सिंगापुर का झंडा लगा हुआ जहाज डाली बाल्टीमोर के फ्रांसिस स्कॉट की-ब्रिज से टकरा गया और कुछ ही सेकंड में करीब ढाई किमी लंबा पुल ढह गया. इस मालवाहक जहाज में करीब पांच हजार कंटेनर लदे थे. हादसा उस वक्त हुआ जब डाली कोलंबो के लिए रवाना हो रहा था. शुरुआत में आशंका थी कि हादसे में करीब छह लोगों की मौत हुई है. बाद में इसकी पुष्टि हो गई.
हादसे के बाद बाल्टीमोर के बंदरगाह को बंद करना पड़ा जिसकी वजह से लाखों टन कोयला, सैकड़ों कारों के अलावा लकड़ी और जिप्सम की डिलिवरी अटकी पड़ी है. मंगलवार को करीब चालीस जहाज बंदरगाह से रवाना होने के लिए तैयार बैठे थे और बंदरगाह के अधिकारियों का कहना है कि अटलांटिक की ओर से आने वाले कई जहाज बिना किसी अग्रिम सूचना के लंगर नहीं डाल सकते.
वित्तीय बाजारों पर असर
पुल ढहने की इस घटना का असर वित्तीय बाजारों में तुरंत देखने को मिला. बुधवार को कोपेनहेगेन में वैश्विक शिपिंग लाइन माएर्स्क (Maersk) के शेयरों में 2.6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई.
लेकिन ऑनलाइन ब्रोकर नॉर्डनेट के एक विश्लेषक ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि यह घटना स्टॉक मार्केट को ज्यादा दिनों तक प्रभावित नहीं कर पाएगी. उन्होंने कहा, "स्टॉक मार्केट के लिए यह घटना कोई बहुत मायने नहीं रखती जब तक कि कोई अनहोनी नहीं होती. मतलब, घटना के पीछे किसी बड़ी लापरवाही का पता नहीं चलता.”
वहीं बुधवार को ब्लूमबर्ग न्यूज से बातचीत में ईवाई के चीफ इकोनॉमिस्ट ग्रेगरी डेको का कहना था, "मुझे लगता है कि इस घटना के व्यापक आर्थिक प्रभाव सीमित ही रहेंगे.”
सामान्य स्थिति कैसे बहाल होगी
अमेरिका के परिवहन मंत्री पीट बटगीग ने बाल्टीमोर बंदरगाह के बंद होने के बाद ‘बड़े और लंबे समय तक प्रभाव' की चेतावनी दी है. मंगलवार को बाल्टीमोर में एक प्रेस ब्रीफिंग में उन्होंने कहा, "चैनल को साफ करने और उसे खोलने में कितना समय लगेगा, इस बारे में कुछ भी अनुमान लगाना अभी जल्दबाजी होगी.”
बटगीग ने पुल को अमेरिकी बुनियादी ढांचे का एक प्रमुख स्तंभ बताते हुए कहा कि इसे दोबारा बनाने में काफी समय लग सकता है. उन्होंने कहा, "इस रास्ते पर सामान्य स्थिति बहाल करना आसान नहीं है. यह इतना जल्दी नहीं होने वाला है, यह इतना सस्ता भी नहीं है लेकिन हम मिलकर जल्दी ही इसका पुनर्निर्माण करेंगे.”
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पुल ढहने की घटना को एक ‘भयानक दुर्घटना' बताते हुए बंदरगाह को दोबारा खोलने और पुल के पुनर्निर्माण का वादा किया. वॉशिंगटन में उन्होंने कहा, "मैं चाहता हूं कि संघीय सरकार इस पुल के पुनर्निर्माण का पूरा खर्च वहन करे.”
पुल को दोबारा बनाने में 50 करोड़ डॉलर से लेकर 1.2 अरब डॉलर तक की लागत का अनुमान है. साथ ही इसे बनाने में करीब दो साल का समय लगेगा.
बाल्टीमोर की बंदरगाह मुख्य रूप से ऑटोमोबाइल्स और छोटे ट्रकों के आयात और निर्यात के लिए इस्तेमाल होता था. इस बंदरगाह से करीब साढ़े आठ लाख वाहनों को एक जगह से दूसरी जगह भेजा जाता था और करीब 15 हजार लोगों को इस बंदरगाह से रोजगार मिला हुआ था. इसके अलावा, फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज को पश्चिमी तट का मुख्य मार्ग है जहां से हर दिन करीब 30 हजार वाहन गुजरते हैं.
आपूर्ति श्रृंखला की चिंताएं बढ़ीं
बाल्टीमोर क्षेत्र में मर्सीडीज, फॉक्सवैगन और बीएमडब्ल्यू सहित कई यूरोपीय वाहन निर्माता कंपनियां वाहन शिपमेंट के लिए व्यापक बुनियादी ढांचे का रखरखाव करते हैं.
जर्मन प्रीमियम कार निर्माता बीएमडब्ल्यू के एक प्रवक्ता ने रॉयटर्स को भेजे एक ईमेल में कहा कि कंपनी को उम्मीद है कि कुछ दिनों तक यातायात में रुकावट भले हो, इससे ज्यादा इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा. प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी वाहनों के आयात के लिए बाल्टीमोर बंदरगाह का उपयोग करती है, लेकिन ऑटोमोटिव टर्मिनल बंदरगाह के प्रवेश द्वार पर जो कि पुल के सामने स्थित है, वहां अभी भी पहुंचा जा सकता है.
हालांकि, अमेरिका की दिग्गज कार निर्माता कंपनी फोर्ड का कहना है कि चूंकि ‘पुर्जों को अन्य बंदरगाहों पर ले जाना होगा', इसलिए उनकी आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित होगी. फोर्ड कंपनी के सीएफओ जॉन लॉलर ने एक बयान में रॉयटर्स को बताया कि ‘कम समय में जहां समाधान आवश्यक हैं, वहां हमारी टीम ने पहले ही शिपिंग विकल्प सुरक्षित कर लिए हैं.”
लॉजिस्टिक्स प्लेटफॉर्म फ्लेक्सपोर्ट के संस्थापक और सीईओ रेयान पीटरसन कहते हैं कि बाल्टीमोर ने साल 2023 में केवल 11 लाख कंटेनरों को संभाला है. इसलिए पुल के टूटने से कंटेनर दरों और शिपिंग लागत पर जो भी नुकसान होगा वो उस नुकसान की तुलना में बहुत कम होगा जो कि लाल सागर में हूती आतंकी समूहों के हमले के कारण जहाजों को रास्ता बदलने के कारण हुआ है.
ब्लूमबर्ग से बातचीत में उन्होंने बताया, "पूर्वी तट छोटा हो गया है और उन बंदरगाहों के पास इसे संभालने की क्षमता है.”
हालांकि, उन्होंने ‘ट्रैफिक जाम और देरी' के बारे में चेतावनी देते हुए कहा कि किसी बंदरगाह पर यातायात में अचानक 10 से 20 फीसदी की वृद्धि की वजह से हर तरह की देरी की आशंका बनी रहती है.
जर्मनी के बंदरगाह
हैम्बर्ग स्थित फेडरल ब्यूरो ऑफ मेरीटाइम कैजुअलिटी इनवेस्टीगेशन के उल्फ कैस्पेरा को जर्मनी में इस तरह की किसी आसन्न दुर्घटना का खतरा नहीं दिखता.
डीडब्ल्यू से बातचीत में उन्होंने कहा, "जो भी विशिष्ट सुरक्षा उपाय किए जाते हैं वे बंदरगाह ऑपरेटरों पर निर्भर करते हैं. उदाहरण के लिए, हैम्बर्ग में बड़े जहाजों को बंदरगाह के विस्तृत क्षेत्रों में खींचना और संचालित करना जरूरी है. टगबोटों यानी जहाजों को खींचने वाले जहाजों के इस्तेमाल से ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है.”
RWTH आखेनन यूनिवर्सिटी में इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रक्चरल कंक्रीट के योसेफ हेगर कहते हैं कि बाल्टीमोर में दुर्घटना को रोका जा सकता था. हेगर विश्वविद्यालय में लेक्चरर हैं और पुल निर्माण के विशेषज्ञ हैं. उन्होंने जर्मन समाचार एजेंसी डीपीए को बताया कि विभिन्न संरचनात्मक उपायों के संयोजन से उच्चतम स्तर की सुरक्षा प्राप्त की जा सकती है.
वह कहते हैं, "पिलर यानी खंभे में एक निश्चित लचीलापन होना चाहिए ताकि यह थोड़े से प्रभाव पर भी न गिरे.”
जर्मनी के फेडरल वॉटरवेज इंजीनियरिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट ने उन फोर्सेज के संबंध में सख्त नियम स्थापित किए हैं जिनके प्रभाव में पुल के खंभों को झेलने में सक्षम होना चाहिए. इसके अलावा, पुलों पर तथाकथित रेलिंग खंभों से टकराव को रोकने के लिए होती हैं.
हेगर कहते हैं, "राइन नदी के पुलों पर, बड़े खंभे और तोरण अक्सर नदी के किनारे पर स्थित होते हैं ताकि नदी की ओपनिंग फ्री हो. यदि बीच में कोई खंभा है, तो यह अपेक्षाकृत विशाल और ऐसा होता है कि इससे टकराने वाले जहाज टकराने से पहले ही फंस जाते हैं.”
हेगर कहते हैं कि जहाजों के ‘पूरी ताकत से खंभे से टकराने से पहले' वहां फंसने की संभावना ज्यादा रहती है.