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यूएन: 2022 में दस करोड़ लोग विस्थापित हुए

२८ दिसम्बर २०२२

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी यूएनएचसीआर ने कहा कि दुनिया भर में 2022 में दस करोड़ लोगों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा.

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Syrien Idlib | Schnee im Flüchtlingslager Duveyle
तस्वीर: Izzeddin Kasim/AA/picture alliance

यूएनएचसीआर का कहना है विस्थापन का यह आंकड़ा एक नया रिकॉर्ड है. शरणार्थी एजेंसी के मुताबिक यह आंकड़ा 2021 में लगभग नौ करोड़ से ऊपर है. यूक्रेन, इथियोपिया, बुरकिना फासो, सीरिया और म्यांमार समेत दुनिया के कई हिस्सों में हिंसा या अन्य कारणों से यह विस्थापन हुआ है. यूएन एजेंसी का कहना है कि हजारों प्रवासियों ने यूरोप को एक पसंदीदा गंतव्य के रूप में देखा और उस ओर निकल पड़े. इस दौरान वे मानव तस्करों के हाथों में पड़ गए और भूमध्यसागरीय की खतरनाक यात्रा की. कई प्रवासी अपनी यह यात्रा तक पूरी नहीं कर पाए.

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संघर्ष के कारण घर छोड़ने को मजबूर

यमन में लंबे समय से जारी संघर्ष के कारण 43 लाख से अधिक लोगों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा. मई में संयुक्त राष्ट्र प्रवासन एजेंसी आईओएम और यूरोपीय संघ की मानवीय सहायता शाखा ईसीएचओ ने घोषणा की कि वे संघर्ष से विस्थापित हुए 3 लाख 25 हजार से अधिक लोगों की जरूरतों को पूरा करने के प्रयास कर रहे हैं.

देश में आईओएम मिशन के प्रमुख क्रिस्टा रोटेनस्टीनर ने कहा, "यमन में प्रवासियों के लिए भी स्थिति खराब हो रही है, खासकर महिलाएं जो यमन में गंभीर परिस्थितियों में रह रही हैं, जिनका अपने जीवन पर बहुत कम नियंत्रण है."

सीरिया की हालत भी बहुत खराब

संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि सीरिया में 11 सालों से जारी युद्ध जीवन को प्रभावित कर रहा है. वहां पैदा हुए लगभग 5 लाख बच्चों ने देश में कभी शांति नहीं देखी. 80 हजार से अधिक सीरियाई जॉर्डन में विशाल शिविर को ही घर कहते हैं.

जुलाई में जॉर्डन की राजधानी अम्मान में यूएनएचसीआर के प्रतिनिधि डॉमिनिक बार्टश ने कहा था फिलहाल विस्थापितों की वापसी की संभावना आशाजनक नहीं हैं.

सीरिया में 11 सालों से जारी युद्ध जीवन को प्रभावित कर रहा है
सीरिया में 11 सालों से जारी युद्ध जीवन को प्रभावित कर रहा हैतस्वीर: Francisco Seco/AP Photo/picture alliance

जॉर्डन में सीरिया के लगभग 6 लाख 75 हजार शरणार्थी रहते हैं. इनमें से ज्यादातर कस्बों और गांवों में स्थानीय समुदायों के बीच रहते हैं, केवल 17 प्रतिशत दो मुख्य शरणार्थी शिविरों जातारी और अजराक में रहते हैं.

पांच साल से अधिक समय पहले लाखों रोहिंग्या मुसलमान म्यांमार में अपने घरों से भाग गए थे. लगभग दस लाख पड़ोसी बांग्लादेश में कॉक्स बाजार शिविर में रहते हैं.

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के आंकड़े बताते हैं कि दिसंबर तक पूरे यूरोप में 78 लाक से अधिक यूक्रेनी शरणार्थी दर्ज किए गए थे.

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दूसरी ओर इथियोपिया में टिग्रे क्षेत्र में सशस्त्र संघर्ष के कारण लाखों लोग विस्थापित हो गए हैं. यूएनएचसीआर ने कहा है कि सर्दी दुनिया भर में अपने घरों से भागने को मजबूर लाखों लोगों के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण साबित होने वाली है.

संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंटोनियो गुटेरेश ने इसी साल जून में कहा था, "हमारी दुनिया आंतरिक विस्थापन के संकट का सामना कर रही है. संघर्ष, आपदाओं और जलवायु संकट जैसी त्रासदियों से दुनिया भर में बड़ी संख्या में लोग अपने देशों के भीतर विस्थापित हुए हैं."

एए/सीके (एपी, एएफपी)