समुद्री जीवन की रक्षा
जैव विविधता को बचाए रखने के लिए समुद्रों का संरक्षण बेहद जरूरी है. समुद्री जीवन को बचाने के लिए दुनिया की कई जगहों को संरक्षित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्वोत्तर तट पर स्थित ग्रेट बैरियर रीफ दुनिया में सबसे बड़ी है. यह समुद्री रीफ या चट्टान इतनी विशाल है कि अंतरिक्ष से भी दिखती है. इसी रीफ के विशाल क्षेत्र ग्रेट बैरियर रीफ मरीना पार्क में यहां के ईकोसिस्टम को संभाल कर रखा गया है. यहां मछली पकड़ने पर प्रतिबंध है और व्यावसायिक नावें केवल कुछ निर्धारित रास्तों से ही गुजर सकती है.
दुनिया का सबसे बड़ा संरक्षित समुद्री क्षेत्र पश्चिमी प्रशांत महासागर में स्थित है. अमेरिका के राष्ट्रीय स्मारकों में शामिल पैसिफिक रिमोट आइलैंड्स मरीन नेशनल मॉन्युमेंट में ग्रीन टर्टिल, पर्ल ऑइस्टर्स, विशाल सीपी, रीफ शार्क, कोकोनट क्रैब, डॉल्फिन और व्हेल - ये सब पाए जाते हैं.
यूनेस्को के विश्व स्मारकों में शामिल गालापागोस मरीन रिजर्व में ऐसे कई जीव हैं जो पूरी दुनिया में और कहीं नहीं मिलते. प्रशांत महासागर में स्थित इस पार्क का प्रशासन इक्वाडोर की सरकार के हाथों में हैं. यह किसी विकासशील देश का सबसे बड़ा समुद्री पार्क है.
बोवी सीमाउंट एक भूमिगत ज्वालामुखी है, जो कनाडा के पश्चिमी तट से करीब 180 किलोमीटर दूर स्थित है. यह ज्वालामुखी एक जगह समुद्र तल से 3,000 मीटर ऊंचा है, फिर भी इसकी उच्चतम चोटी समुद्र स्तर से 24 मीटर नीचे रह जाती है. पानी के ऊपर से देखने वालों को भले ही यह दिखाई ना दे, लेकिन यह कई समुद्री जीवों का एक समृद्ध केन्द्र है.
यूके ने हिंद महासागर में इस बड़े इलाके को 2010 में संरक्षित क्षेत्र घोषित किया. इसके कानूनी पहलू पर मॉरीशस से विवाद है क्योंकि वह यहां के द्वीप समूहों पर अपना अधिकार मानता है. 1970 के दशक में यूके ने इन द्वीप समूहों से स्थानीय लोगों को हटवा दिया और अमेरिका को इसे अपने सैन्य अड्डे के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति दी.
श्लेसविष-होलश्टाइन वाडन सी नेशनल पार्क 4,410 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में और जर्मन-डेनिश समुद्री सीमा से लेकर एल्बे नदी के मुहाने तक फैला है. यह जर्मनी का सबसे बड़ा राष्ट्रीय पार्क है. वाडन सी के ज्वार भाटों के कारण इसका 30 फीसदी हिस्सा कम ही समय तक पानी के अंदर होता है.
फ्रेंच रिविएरा, सारडीनिया और इटली के टस्कानी क्षेत्र के बीच एक बड़े हिस्से में फैली पेलागोस सैंक्चुरी को खास तौर पर समुद्री स्तनधारियों को बचाने के लिए बनाया गया था. कई देशों के अधिकार क्षेत्र में आने वाले जल में स्थित यह विश्व का एकलौता संरक्षित इलाका है.