रामदेव ने बनाई राजनीतिक पार्टी
१६ मार्च २०१०योग गुरू "भारत स्वाभिमान" नाम से पहले ही ग़ैर राजनीतिक आंदोलन चला रहे थे. लेकिन मंगलवार को उन्होंने राजनीतिक पार्टी की घोषणा भी कर दी. रामदेव ने साफ़ किया है कि उन्हें कोई राजनीतिक पद नहीं चाहिए और वह ख़ुद चुनाव नहीं लड़ेंगे.
रामदेव ने कहा, "भारत स्वाभिमान के ज़रिए हम अपनी सदस्यता बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं. ये सदस्य ज़िला स्तर पर उम्मीदवारों का चुनाव करेंगे जो चुनाव में उतारे जाएंगे. हम चुनावों से पहले पार्टी और उम्मीवारों के नामों की घोषणा करेंगे. लेकिन मैं ख़ुद निजी रूप से चुनाव नहीं लडूंगा. अगले तीन साल में हम पार्टी का नाम तय करेंगे."
रामदेव ने कहा कि उनकी पार्टी सभी लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. उन्होंने दावा किया कि राजनीति में उनकी पार्टी के प्रवेश के बाद देश का क़ानून और राजनीति ही बदल जाएगी. रामदेव के मुताबिक़, "देश की 50 प्रतिशत से ज़्यादा आबादी निरक्षर है. लगभग 40 प्रतिशत लोगों को भूखे पेट सोना पड़ता है. 200 से ज़्यादा ज़िले नक्सलवाद की मार झेल रहे हैं. बदलाव की ज़रूरत है. इसलिए हमने भारत स्वाभिमान की शुरुआत की है."
रामदेव ने कहा कि वह विदेशों में रखे काले पैसे को वापस लाने का वादा करते हैं. साथ ही उन्होंने आतंकवाद और बलात्कार जैसे मुद्दों से निपटने के लिए कड़े क़ानूनों की वकालत की. रामदेव क्षेत्रवाद और आतंकवाद को देश के सामने मौजूद बड़ी समस्याओं में मानते हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कमार
संपादनः ए जमाल