बायर्न म्यूनिखः नया बॉस, नए नियम
२२ जनवरी २००९इसके अलावा कैंटीन में बेहतरीन रसोइया, लॉबी में बुद्ध की मूर्ति और इन सबके पीछे एक नया नाम – क्लब के नए कोच युर्गेन क्लिंसमान्न, जो इससे पहले राष्ट्रीय टीम के कोच रहे हैं.
सुधारों के नतीजे मैदान में देखे जाने हैं, और इस बीच बायर्न की कसौटी बुंडेसलीगा नहीं, अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में है. और अधिक अंकों के साथ बुंडेसलीगा चैंपियन होना – यह मंज़िल भी कोई मंज़िल है? हां, चैंपियन्स लीग की बात अलग है.
बायर्न म्यूनिख बुंडेसलीगा के खिलाड़ियों के बाज़ार में अपनी खरीद के लिए मशहूर है, लेकिन इस बार मामला कुछ ठंडा ही रहा है. वैर्डर ब्रेमेन से टिम बोरोव्स्की को लाया गया है, ओलिवर कान के संन्यास लेने के बाद मिषाएल रेनसिंग नए गोलकीपर हैं. नंबर दो गोलकीपर के तौर पर बेनफ़िका लिसबन से हान्स योर्ग बुट्ट को लाया गया है. लुका टोनी को गोल दागने की मशीन समझा जाता है, उनका कहना है कि चैंपियन्स लीग में आगे रहने के लिए 15-16 टॉप खिलाड़ी होने चाहिए. कागज़ी हिसाब से दुसरी टीमें हमसे आगे हैं – वे कहते हैं.
क्लिंसमान्न की रणनीति 4-5-1 के बदले 4-4-2 के साथ खेलने की है. यानी प्रतिपक्ष के गोल के सामने लुका टोनी अकेले नहीं होंगे. वे कहते हैं कि उनके पास तीन बेहतरीन स्ट्राइकर हैं, जिन पर दूसरे क्लबों को रश्क है. मैं इनमें से दो को बैठा नहीं रखुंगा – वे कहते हैं.