बुंडेसलीगा का सीजन शुरू
१२ अगस्त २०१३बर्लिन में गोलों की बरसात, होफेनहाइम में गोल की चोरी, ऑग्सबुर्ग में तिकड़ी तो शाल्के को लेकर रोमांच. बुंडेसलीगा ने सीजन के पहले दिन फिर से साबित किया कि वह जर्मन खेलजगत का प्रीमियम प्रोडक्ट है. पिछले सीजन के विपरीत इस बार बायर्न म्यूनिख टेबल का मुखिया नहीं है. हालांकि वह भी अपना मैच जीता और तीन प्वाइंट बटोरे लेकिन चोटी पर कब्जा किया हैर्था बर्लिन ने. उसने अपनी धमाकेदार जीत के साथ लीग में नई टीम के पहले मैच की जीत का रिकॉर्ड बनाया. और इसके साथ वह कम से कम एक सप्ताह के लिए डॉर्टमुंड, लेवरकूजेन और म्यूनिख जैसी टॉप टीमों से आगे है.
नए अवतार में उतरी हैर्था ने अपने पहले मैच में फ्रैंकफर्ट को 6-1 से हराया. उसके समर्थकों ने खिलाड़ियों का जोशोखरोश के साथ स्वागत किया लेकिन लेकिन ट्रेनर योस लूहुकाई की प्रतिक्रिया संयमित थी. "हमारे फैंस के लिए ये सचमुच सपने जैसा है, लेकिन मुझे पता है कि हमें जल्द ही रोजमर्रा में लौटना होगा." इससे बेहतर जीत अब तक सिर्फ किकर्स ओफेनबाख की हुई है जिसने अगस्त 1974 में एफसी बायर्न को 6-0 से हराया था. हैर्था की लीग में जोरदार वापसी की खुशी के बावजूद नए खिलाड़ी सेबास्टियान लांगकंप भी वास्तविकता के करीब हैं, "हमें चौंधियाना नहीं होगा."
डॉर्टमुंड की शानदार जीत
डॉर्टमुंड को भी अपने पहले मैच में बर्लिन जैसी ही जीत पाने में सफलता मिली. इसका श्रेय गया पिएर-एमरिक ओबामयांग को. सां एटिएन क्लब से 1.3 करोड़ यूरो में खरीदे गए ओबामयांग ने तीन गोल दागकर लगभग अकेले ही ऑग्सबुर्ग पर 4-0 की जीत दिला दी. खेल खत्म होने के बाद वे मीडिया के आकर्षण का केंद्र थे. डॉर्टमुंड के कोच युर्गेन क्लॉप ने इस पर अपने अंदाज में टिप्पणी करते हुए कहा, "स्वाभाविक रूप से उसके लिए अच्छा है कि वह ऐसे शुरू कर रहा है, न कि पांच वापसी टिकट के साथ."
बर्लिन को पहले राउंड के उसके प्रतिद्वंद्वियों बायर्न और लेवरकूजेन से सिर्फ गोलों को अच्छा औसत ही अलग करता है. बायर्न म्यूनिख ने सीजन के उद्घाटन मैच में मोएंचेनग्लाडबाख को 3-1 से हराया. लेवरकूजेन ने भी फ्राइबुर्ग को इसी स्कोर यानी 3-1 से मात दी. इस जीत में एक गोल करने वाले दक्षिण कोरियाई खिलाड़ी हॉएंग मिन सोन ने खेल के बाद कहा, "टीम के लिए यह बहुत ही अच्छी शुरुआत थी, और मेरे लिए भी."
बराबरी का मुकाबला
शाल्के और हैम्बर्ग ने खेलप्रेमियों को अत्यंत रोमांचक खेल का मजा दिया, जिसमें कोई एक दूसरे को हरा नहीं पाया. मैच 3-3 से बराबर रहा. शाल्के को क्लास यान हुंटेलार ने दूसरे ही मिनट में 1-0 की बढ़त दिला दी, लेकिन हैम्बर्ग को भी इस बढ़त को अपने पक्ष में करने में ज्यादा वक्त नहीं लगा. हाफ टाइम तक दोनों के बीच स्कोर 2-2 था. दूसरे हाफ में दोनों ही गोल इन टीमों के नए रंगरूटों ने किए. हैम्बर्ग एसवी के लासे सोबिष और शाल्के के आदम सोलोई ने मैच का अंतिम स्कोर 3-3 कर दिया.
श्टुटगार्ट की हार
रविवार को हुए मैच में श्टुटगार्ट दुर्भाग्यशाली रहा. यूरोप लीग में प्लेऑफ में पहुंचने के तीन दिन बाद ही उसकी टीम माइंस ने 2-3 से हार गई. माइंस के लिए निकोलाई मुलर ने दो गोल किए और पहले श्टुटगार्ट के साथ रहे शिंजी ओकाजाकी ने एक गोल किया. माइंस के खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया जबकि श्टुटगार्ट ने कई मौके गंवाए. श्टुटगार्ट की ओर से सिर्फ वेदाद इबीसेविच और मार्टिन हार्निक ने एक एक गोल किए.
जर्मनी की प्रीमियर लीग बुंडेसलीगा की शुरुआत पर फुटबॉल में तकनीकी साधनों के इस्तेमाल का मुद्दा भी गरमाया रहा. रेफरी टॉर्स्टेन कीनहोफर ने स्वीकार किया कि होफेनहाइम और न्यूरेमबर्ग के बीच हुए 2-2 के खेल में उनकी वजह से होफेनहाइम की जीत नहीं हुई. उन्होंने अपनी गलती स्वीकार करते हुए, "जहां इंसान फैसला लेते हैं वहां गलतियां भी होती हैं, और ये एक ऐसी ही गलती थी." इसकी वजह से केविन फोलांद के गोल को गोल पोस्ट के अंदर जाने के बावजूद मान्यता नहीं मिली. होफेनहाइम के कोच मार्कुस गिसडॉल ने कहा, "इस सीन के बाद बॉल में चिप लगाने पर बहस नहीं होनी चाहिए. उसे लगाना उचित होगा."
रेफरी से नाराजगी
बुंडेसलीगा के पहले हफ्ते सिर्फ रेफरी सिर्फ होफेनहाइम में ही फोकस में नहीं थे, वोल्फ्सबुर्ग के ट्रेनर डीटर हेकिंग ने हनोवर से 0-2 से हारने के बाद कई मिनट तक रेफरी को अपने प्रेस कांफ्रेस का मुद्दा बनाया. नाराज दिख रहे हेकिंग ने अपने खिलाड़ियों माक्सिमिलियान आरनॉल्ड और टिम क्लोजे को मैदान से बाहर निकाले जाने की वजह ढूंढने की कोशिश की और कहा, "क्लोजे को पहला पीला कार्ड दिखाकर रेफरी ने मैदान पर हलचल ला दी."
हैर्था बर्लिन के विपरीत इस सीजन में बुंडेसलीगा में पहुंचने वाली दूसरी टीम ब्राउनश्वाइग की शुरुआत अच्छी नहीं रही. ट्रेनर टॉर्स्टेन लीबरक्नेष्ट को घरेलू मैदान पर ब्रेमेन के हाथों 0-1 को समझने में कुछ मिनट लग गए. निराश ट्रेनर ने स्वीकार करते हुए कहा, "मुझसे पूछा गया कि क्या हमें सीख की कीमत चुकानी पड़ी है? हां, हो सकता है."
एमजे/एएम (डीपीए)