जैव विविधता बचाने की कोशिश
द्वीप और उसके आसपास के समुद्री इलाके जैव विविधता बचाने के हिसाब से बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. द्वीपों का इकोसिस्टम बिलकुल अलग होता है और अक्सर वहां खास पेड़ पौधे और जानवर पाए जाते हैं.
खास ध्यान
जैव विविधता बचाने के लिए इस साल खास ध्यान विशेष पारिस्थितिकी तंत्र और ऐसी प्रजातियों पर है जो धरती पर और कहीं नहीं मिलती, सिवाय उनके इलाकों के. जनसंख्या बढ़ने और जलवायु परिवर्तन का असर उन पर भी काफी है.
दबाव में
पिछले 400 साल में जो 724 प्रजातियां विलुप्त हुईं उनमें से आधी द्वीपों पर रहती थीं. बायोलॉजिकल डाइवर्सिटी पर संयुक्त राष्ट्र के कंवेंशन में इन्हीं द्वीपों पर रहने वाली प्रजातियों पर खास ध्यान दिया जा रहा है.
घुसपैठियां प्रजातियां
पेड़ों पर रहने वाला भूरा सांप बहुत आक्रामक होता है और इसने प्रशांत के द्वीप गुआम की कई स्थानीय प्रजातियों को खत्म कर दिया है. इसमें चिड़िया की 12 प्रजातियां भी शामिल हैं.
पहला प्रोजेक्ट
मॉरिशस के छोटे से द्वीप आइल ऑक्स एइग्रेट्स पर चूहे, खरगोश, बकरियों जैसी विदेशी प्रजातियां हटाई जा चुकी हैं. और कुछ मामलों में बड़े कछुए जैसी प्रजातियों को वापिस भी ले आए हैं.
मैडागास्कर
यहां इंसान का खतरा है. यहां सूखे जंगल भी हैं और वर्षावन भी. वर्षावनों का इकोसिस्टम जटिल है. लेकिन कई जंगलों में भारी कटाई और चराई से नुकसान हुआ है.
नए तापमान, नए निवासी
जर्मनी के हेल्गोलैंड द्वीप में 50 साल के दौरान पानी का औसत तापमान इन सालों में 1.7 डिग्री से बढ़ गया है. यहां अब ऐसी 60 प्रजातियां आ गई हैं जो यहां पहले नहीं थीं.
नॉरफोक द्वीप
यूरोप का नॉरफोक द्वीप कभी वर्षावनों से भरा होता था. लेकिन अब इस जंगल का बहुत कम हिस्सा बचा है. इसे अब नेशनल पार्क घोषित कर दिया गया है जिसमें कई और पौधे लगाए गए हैं.
स्वर्ग
ताइवान में कई जानवर और पेड़ों की प्रजातियां हैं, क्योंकि यहां तटीय इलाकों से ऊंचे पर्वतों तक कई तरह की जलवायु है. ताइवान के पहाड़ी इलाके में रहने वाले 17 खास पक्षी हैं.
हवाई सील
हवाई की मॉन्क सील इकलौती है जो यहां की है और अभी तक बची हुई है. खतरे में पड़ी इस प्रजाति की करीब 1,100 सील ही हैं.
बड़ी योजना का हिस्सा
संयुक्त राष्ट्र के बायोडाइवर्सिटी दशक के तहत देशों को जैव विविधता बचाने के लिए 20 ऐइची लक्ष्य पूरे करने हैं.