गुजरात: जहरीली शराब से 18 से अधिक की मौत
२६ जुलाई २०२२गुजरात के अहमदाबाद ग्रामीण और बोटाद जिलों में जहरीली शराब के सेवन से 19 लोगों की मौत हो गई है. बोटाद जिले के राजिंद गांव में जहरीली शराब पीने से बीमार हुए 40 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. रविवार रात बोटाद में जहरीली शराब पीने से करीब चार दर्जन लोगों की तबीयत खराब हुई थी, जिन्हें सोमवार सुबह अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल में भर्ती लोगों की शाम होने तक मौत की खबरें आने लगी.
भावनगर रेंज आईजी अशोक यादव ने इस घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया है. अहमदाबाद में केमिकल का इस्तेमाल कर शराब बनाने वाले मुख्य आरोपी को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है. कुछ मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है मुख्य आरोपी ने पूछताछ में बताया कि शराब फैक्ट्री में मेथनॉल की आपूर्ति की जा रही थी. ये केमिकल अहमदाबाद से सीधे सप्लाई किया जाता था.
बिहार में शराबबंदी, फिर भी इससे जा रही लोगों की जान
बोटाद, भावनगर और अहमदाबाद के अस्पतालों में जहरीली शराब से बीमार लोगों का इलाज चल रहा है. बताया जा रहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कई की हालत नाजुक बताई जा रही है.
गुजरात में शराब की अवैध बिक्री पर 10 साल कैद और 5 लाख रुपये जुर्माने की सजा का प्रावधान है. राज्य में 1960 से शराबबंदी लागू है और राज्य सरकार ने 2017 में इस कानून को और सख्त कर दिया था.
जहरीली शराब कांड के बाद विपक्षी दल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी बीजेपी सरकार पर निशाना साध रही है. गुजरात कांग्रेस के विधायक अमित चावड़ा ने आरोप लगाया, "अवैध शराब कारोबारी और पुलिस की सांठगांठ और राज्य में भाजपा नेताओं द्वारा प्रदान किए गए संरक्षण के कारण शराब की बड़े पैमाने पर तस्करी हो रही है." उन्होंने यह भी कहा कि "पुलिस नियमित रूप से शराब बेचने वालों से हर महीने रिश्वत लेती है."
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि शराब पर प्रतिबंध सिर्फ कागजों पर है. उन्होंने कहा कि गुजरात में अगर आप सत्ता में आती है तो वह इस प्रतिबंध को असल में लागू करेगी.