पाकिस्तान और केन्या में आतंकी हमले
२२ सितम्बर २०१३पश्चिमोत्तर पाकिस्तानी शहर पेशावर में रविवार की प्रार्थना सभा के बाद ईसाई श्रद्धालु चर्च से बाहर निकल रहे थे, जब दो हमलावरों ने खुद को बम से उड़ा लिया. शहर के लेडी रीडिंग अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक इफ्तिखार अली के अनुसार हमले में कम से कम 70 लोग मारे गए और 130 से ज्यादा घायल हो गए.
इलाके के थाना अधिकारी मोहम्मद नूर ने बताया कि जब हमला हुआ तो अंतिम प्रार्थना के बाद चर्च के अहाते में खाना बांटना शुरू किया गया था. वहां दोनों हमलावरों ने हमला किया. अली ने बताया कि मृतकों में छह महिलाएं और तीन बच्चे शामिल हैं.
शरीर पर छह किलो विस्फोटक
एक प्रत्यक्षदर्शी ने पाकिस्तानी मीडिया को बताया कि हमले के समय करीब 600 ईसाई श्रद्धालु चर्च के अहाते में जमा थे. हमले की जिम्मेदारी शुरू में किसी ने नहीं ली है. पुलिस के अनुसार दोनों हमलावरों ने अपने शरीर पर छह किलोग्राम विस्फोटक बांध रखा था. पश्चिमोत्तर पाकिस्तान में तालिबान से जुड़े गुट नियमित रूप से इस तरह के हमले करते रहते हैं.
प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने हमले की निंदा की है और कहा है कि निर्दोष लोगों पर हमला करना इस्लाम और सभी धर्मों की सीख के खिलाफ है. एक बयान में प्रधानमंत्री ने कहा, "आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता." जून में सत्ता में आने के बाद से नवाज शरीफ पाकिस्तानी तालिबान के साथ बातचीत शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अब तक उनकी कोशिश नाकाम रही है.
पाकिस्तान में ईसाई समुदाय के लोग विवादित ईशनिंदा कानून की वजह से भेदभाव की शिकायत करते हैं. इस कानून की दुनिया भर में आलोचना हुई है. लेकिन पाकिस्तान में हिंसा के माहौल के बावजूद ईसाईयों या चर्चों पर नियोजित हमलों की खबरें आम नहीं हैं. ईसाईयों या हिंदुओं जैसे गैर मुस्लिमों का हिस्सा 18 करोड़ की आबादी वाले पाकिस्तान में 5 फीसदी से भी कम है.
शबाब छापामारों ने ली जिम्मेदारी
उधर नैरोबी में इस्लामी कट्टरपंथियों ने एक मॉल को निशाना बनाया है जहां आम तौर पर धनी केन्यावासी और दूतावासों तथा संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी खरीदारी के लिए जाते हैं. केन्या के गृह मंत्री जोसेफ ओले लेंकू के अनुसार वेस्टगेट शॉपिंग मॉल पर हमले में 59 लोग मारे गए हैं और 175 घायल हो गए हैं. बंधकों और घायलों को बचाने के लिए इस्राएली स्पेशल फर्स की मदद ली गई है, जो इस बीच मॉल के अंदर घुसे हैं. इसके पहले लेंकू ने बताया था कि 10 से 15 हमलावरों ने लोगों को बंधक बना रखा है.
शनिवार को बहुत से हमलावर मॉल के अंदर घुस गए थे और ग्राहकों तथा कर्मचारियों पर अंधाधुंध गोलियां चलाने लगे थे. हमले की जिम्मेदारी पड़ोसी सोमालिया के शबाब छापामारों ने ली है. उनका कहना है कि हमला बदले की कार्रवाई है क्योंकि केन्या ने सोमालिया में इस्लामी कट्टरपंथियों से लड़ने के लिए अपनी सेना भेजी है.
एमजे/आईबी (डीपीए, एएफपी)