अवैध शिकार से खतरे
कागज पर भले ही जंगली जानवरों का शिकार अवैध हो लेकिन फिर भी हाथी दांत और सींगों या खाल की तस्करी फल फूल रही है और सालाना इसका अवैध व्यापार अरबों डॉलर का है.
डगमग उम्मीद
अवैध शिकार के कारण जानवरों की प्रजातियां विलुप्त होने के खतरे में हैं. विश्व वन्यजीव संरक्षण का कहना है कि इसका सबसे ज्यादा असर अफ्रीकी हाथियों पर हुआ है. पिछले दो साल में करीब 60,000 हाथी मार दिए गए. 100 साल पहले अफ्रीका में 50 लाख हाथी थे अब इनकी संख्या चार से सात लाख के आस पास है.
गर्व की बात
हाथियों को इनके दांत के लिए मारा जाता है. जानवरों के उत्पादों का वैश्विक व्यापार प्रतिबंधित है. लेकिन 2013 में अधिकारियों ने 42 टन अवैध हाथी दांत पकड़ा. इनकी कीमतें सोने से भी ज्यादा होती हैं और इस पर की गई नक्काशी और महंगी.
सींगों के लिए
गैंडे भी शिकारियों के हाथ लग जाते हैं कारण है इनके सींग. अफ्रीकी और एशियाई देशों में गेंडों के शिकार पर रोक है. इनकी प्रजातियों पर खतरा अलग अलग है. उत्तर में पाए जाने वाले सफेद गेंडे तो लगभग खत्म ही हो गए हैं.
दवाइयों में
चीन और दूसरे एशियाई देशों में गैंडे के सींग की मांग की जाती है. इसे पारंपरिक दवाई में इस्तेमाल किया जाता है. और कथित तौर पर बुखार से लेकर कैंसर तक की बीमारी इससे ठीक होती है.
खतरे में शेर
इन खूबसूरत जानवरों की खाल इन्हें इंसान का शिकार बनाती हैं. अब जंगलों में रहने वाले शेरों की संख्या सिर्फ 3,200 बताई जाती है. सौ साल पहले ये एक लाख की संख्या में थे. 1975 के सिटेस समझौते में शेर के शिकार और उसके अंगों के व्यापार पर रोक लगाई गई.
खत्म होते घर
ध्रुवीय भालू को सबसे बड़ा खतरा बदलता मौसम है. आर्कटिक की बर्फ पिघल रही है इसलिए इनके रहने की जगह भी कम होती जा रही है. अक्सर इलाके के आदिवासी जीने के लिए इन भालुओं का शिकार करते हैं. अभी 20-25 हजार ध्रुवीय भालू हैं, जबकि करीब 700 हर साल मार दिए जाते हैं.
गुरिल्ला को टाटा
पहाड़ों में पाया जाने वाले गुरिल्ला सबसे ज्यादा खतरे में है. इस प्रजाति के सिर्फ 700 गुरिल्ले बचे हैं. हो सकता है आने वाले 15 साल में ये पूरी तरह खत्म हो जाएं. कुछ लोग मानते हैं कि गुरिल्ला का मांस खाने से ताकत आती है.
फार्मिंग से संरक्षण?
शिकारियों के कारण मगरमच्छ खतरे में थे. इन्हें ढूंढ ढूंढ कर मारा जाता था. अब क्रोकोडाइल फार्मिंग से इनकी संख्या बढ़ी है और चमड़ा उद्योग की मांग पूरी हो रही है.
प्रवासी पक्षियों का शिकार
यूरोप में प्रवासी पक्षियों का जम कर अवैध शिकार होता है. अफ्रीका से आने वाले ये पंछी या तो पकड़ लिए जाते हैं या मार दिए जाते हैं. कई प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर पहुंच गई हैं.